लुधियाना(संकल्प सिंह): नगर निगम चुनावों से पहले ही लुधियाना की राजनीति में बड़ा धमाका हो गया है ।जिसके तहत पिछले दिनों हुए वर्करों के झगड़े को लेकर हाईकमान ने यूथ कांग्रेस प्रधान राजीव राजा व इंचार्ज कमलजीत बराड़ को सस्पेंड कर दिया है, जबकि जगराओं के प्रधान हरमन गालिब को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। आपको बताते चलें कि पैट्रोल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ 27 जनवरी को सर्किट हाऊस में हुई मीटिंग के बाद आरती चौक में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते समय युवा कांग्रेस वर्करों के दो गुट भिड़ गए थे जिसे लेकर प्रधान राजीव राजा व लुधियाना के इंचार्ज कमलजीत बराड़ ने एक-दूसरे पर झगड़े की शुरूआत करने के आरोप लगाए। हालांकि यह सब कुछ पंजाब प्रधान अमरप्रीत लाली की मौजूदगी में हुआ, फिर भी सभी पक्षों ने हाईकमान को अपनी रिपोर्ट भेज दी जिसे लेकर सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद पार्टी ने राजा व बराड़ को एक महीने के लिए सस्पैंड करने का फैसला किया है। जबकि जगराओं के प्रधान की जिम्मेदारी इस झगड़े में घायल हुए वाइस प्रधान को दे दी गई है।
बराड़ व गालिब के खिलाफ पुलिस में भी चल रहा है मामला
इस झगड़े में राजा गुट से संबंधित चेतन थापर व साजन मल्होत्रा जख्मी हो गए थे जिनके बयानों के आधार पर थाना डिवीजन नंबर 5 में कमलजीत बराड़ के अलावा हरमन गालिब व लक्की संधू के खिलाफ केस दर्ज किया गया जिसके सबूत के तौर पर राजा गुट ने पुलिस को झगड़े की रिकाॄडग के साथ बाकी आरोपियों की लिस्ट भी सौंपी, लेकिन उन्हें पकडऩे के नाम पर पुलिस द्वारा छापामारी करने की बात ही कही जाती रही।
निगम चुनावों में कौन संभालेगा युवा कांग्रेस की कमान
युवा कांग्रेस के प्रधान राजीव राजा को सस्पैंड करने का फैसला उस समय आया है, जब एक दिन पहले ही नगर निगम चुनावों की तारीख डिक्लेयर हुई है। इस दौर में युवा कांग्रेस की कमान कौन संभालेगा, इस संबंधी कोई फैसला नहीं किया गया। जबकि नगर निगम चुनावों में कई युवा कांग्रेसी टिकट मांग रहे हैं और दूसरे उम्मीदवारों को भी युवा कांग्रेस की मदद की जरूरत रहेगी।
हाईकमान की घुड़की के बाद समझौते के प्रयास भी हुए तेज
कमलजीत बराड़ बाघापुराना के कांग्रेसी विधायक दर्शन बराड़ के बेटे हैं जिनके द्वारा पर्चा दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए चंडीगढ़ से सिफारिश लगवाने सहित इंक्वायरी तक मार्क करवाने की चर्चा सुनने को मिल चुकी है। इसके अलावा समझौते के प्रयास भी तेज कर दिए गए थे जिसके तहत दोनों पक्षों के बीच कई मीटिंगों का दौर हो चुका है और हाईकमान ने भी उनको सुलह का संदेश दिया है।
काफी देर से सुलग रही थी गुटबाजी की चिंगारी
युवा कांग्रेस की गुटबाजी का आगाज जिला प्रधान के चुनावों के समय ही हो गया था जब सांसद रवनीत बिट्टू व उनके करीबी विधायकों ने राजीव राजा का साथ दिया और मनीष तिवारी ग्रुप ने सन्नी कैंथ की मदद की। इस लड़ाई में भले ही राजा की जीत हुई, लेकिन उसके बाद से ही युवा कांग्रेस की गतिविधियां कई गुटों में बंट गईं जिसके तहत पंजाब प्रधान के अलावा बराड़ द्वारा राजा के विरोधी गुट का साथ दिया जाता रहा है जिस कारण सुलग रही ङ्क्षचगारी ने पिछले दिनों लड़ाई का रूप ले लिया जिसमें खुद राजा ने बराड़ गु्रप के कुछ मैंबरों द्वारा धक्का-मुक्की करने का आरोप लगाया था।